आयुर्वेद, भारतीय जीवनशैली की अमूल्य धरोहर है, जो शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर आधारित है। इसी विरासत को जन-जन तक पहुँचाने और प्राकृतिक जीवनशैली के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयुर्वेद दिवस के अवसर पर दिनांक 19 सितंबर 2025 को शासकीय पॉलिटेक्निक महाविद्यालय, देवास में एक भव्य नि:शुल्क स्वास्थ्य एवं योग परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर संचालनालय आयुष विभाग, भोपाल के निर्देशन एवं जिला आयुष अधिकारी के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. सोनल भाटी ने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कहा कि आयुर्वेद केवल रोगों के उपचार की पद्धति नहीं, बल्कि स्वस्थ जीवन जीने की सम्पूर्ण कला है। उन्होंने छात्रों को संदेश दिया कि आधुनिक शिक्षा के साथ यदि हम आयुर्वेद और योग को जीवन में अपनाएँ तो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक तीनों स्तरों पर संतुलन पाया जा सकता है।
शिविर में जिले के कई अनुभवी आयुष चिकित्सकों ने अपनी सेवाएँ प्रदान कीं। इनमें डॉ. राहुल मण्डलोई, डॉ. संजीव पटीदार, डॉ. कल्पना चौहान, डॉ. अर्चना नेमा, डॉ. मनीषा मालवीय, डॉ. जितेंद्र सोलंकी, डॉ. आकांक्षा कुशवाहा, डॉ. दीपेश सोलंकी और डॉ. स्नेहा मित्तल प्रमुख रूप से शामिल थे। इनके साथ पैरामेडिकल स्टाफ एवं अन्य सहयोगी सदस्यों ने भी सक्रिय भूमिका निभाई । शिविर में कुल 226 छात्रों एवं महाविद्यालय के सभी स्टाफ ने स्वास्थ्य परीक्षण और परामर्श का लाभ उठाया। साथ ही विद्यार्थियों का प्रकृति परीक्षण भी किया गया, जिससे उन्हें अपनी शारीरिक प्रकृति (वात, पित्त, कफ) के अनुरूप जीवनशैली अपनाने का मार्गदर्शन मिला।
कार्यक्रम को और अधिक सार्थक बनाते हुए महाविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया, जिसने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया और मनुष्य एवं प्रकृति के गहरे संबंध को उजागर किया।
समापन सत्र में श्रीमती शिवांगी मित्तल ने गरिमामयी धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों, चिकित्सकों, सहयोगियों और उपस्थितजन के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं समन्वयन श्री संजय पाठोद द्वारा किया गया, जिनके मार्गदर्शन और सूझबूझ से आयोजन सुचारु रूप से सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर डॉ. अनिल मिश्रा, डॉ. विवेक कुमार वैद्य, डॉ. प्रियंक सुनहरे, श्री आशीष बंसल, श्रीमती दीपिका मालवीय, श्रीमती रागिनी लंजेवार, श्रीमती वैशाली साहू,श्री योगेश अलावा आदि उपस्थित रहे l